पर्यटकों को लुभा रहा आपदा से अछूता नैनीताल





देश का प्रमुख पर्वतीय पर्यटन स्थल नैनीताल उत्तराखंड में आई बीती आपदा से भले ही सीधे-सीधे प्रभावित न हुआ हो, लेकिन यहां का पर्यटन कारोबार जरूर इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सर्दियों से ठीक पहले इस मनोरम स्थल की खूबसूरती ने हालांकि मेहमानों की मेजबानी के लिए एकबार फिर खुद को संवार लिया है। यहां का एकमात्र चार सितारा होटल सुविधायुक्त शेरवानी हिलटॉप ने पर्यटकों के स्वागत के लिए खुद को निखार लिया है। 





शहर की आपा-धापी भरी दिनचर्या से अलग अचानक नैनीताल जाने का हाल ही में संयोग मिला। नैनीताल पहुंचने के लिए निकटतम हवाईअड्डा यहां से दो घंटे के सड़कमार्ग की दूरी पर पंतनगर में तथा निकटतम रेलमार्ग यहां से लगभग एक घंटे की दूरी पर काठगोदाम रेलवे स्टेशन है।





काठगोदाम उतरकर जैसे ही हमारी कार नैनीताल की पहाड़ियां चढ़ने लगी, मानों हर पहाड़ी, एक-एक र्दे, हरे-भरे पेड़ों से लदी-फदी चोटियां हमें अपनी वादियों में न्यौता दे रही हों। बारिश होकर निकली ही थी, और एक-एक पत्ते ऐसे चटकिले हरे कि मानों उन्होंने अपनी अंजुरी में पानी भर रखा हो और बस अभी उलीच देंगी हमारे ऊपर, और हम भी उनकी तरह ही हरीतिमा युक्त हो जाएंगे।





नैनीताल पहुंचकर हम सीधे होटल शेरवानी हिलटॉप गए। नैनीताल का एकमात्र चार सितारा सुविधाओं वाला यह रिसॉर्ट अपने अप्रतिम लोकेशन के लिहाज से छुट्टियां मनाने का एक परफेक्ट प्लेस है। चूंकि पर्वतीय पर्यटन स्थल क्षेत्रफल के लिहाज से बहुत बड़े नहीं होते और पर्यटकों का हुजूम इन्हें भीड़ से भर देता है, ऐसे में नैनीताल की प्रमुख आकर्षण नैनी झील और उसके किनारे माल रोड बाजार के शोरगुल से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस रेसॉर्ट में रुकना प्रकृति से एकाकार होने जैसा है।





छह श्रेणियों में 47 सुइट्स वाला यह रिसॉर्ट नैनीताल का एकमात्र ऐसा रेसॉर्ट है, जिसमें बहुत करीने से हिमालय की वादियों के साथ-साथ सुदूर देशों के खूबसूरत फूलों एवं पौधों से युक्त एक बागीचा भी विकसित किया गया है। इस बागीचे से आप वादियों में पतंग उड़ाने का शौक भी पूरा कर सकते हैं। शेरवानी हिलटॉप रिसॉर्ट में डिलक्स, प्रीमियम, सुइट, हिल व्यू, गार्डेन व्यू और प्रेसिडेंशियल सुइट श्रेणी में कमरे उपलब्ध हैं।





शेरवानी हिलटॉप न सिर्फ सुकून से इस पर्वतीय पर्यटक स्थल की खूबसूरती निहारने के लिए बेजोड़ है, बल्कि रिसॉर्ट अपने मेहमानों को मनोरंजन एवं पर्यटन की अनेक सुविधाएं भी मुहैया कराता है, जैसे नेचर वॉक, विभिन्न आउटडोर रोमांचक स्पोर्ट्स के साथ-साथ बच्चों एवं बड़ों के लिए अलग-अलग इनडोर गेम्स।





नैनीताल के आस-पास वैसे तो घूमने लायक अनेक रमणीय स्थल हैं, लेकिन नैनी झील के किनारे बोटहाउस क्लब से झील और उसमें हौले-हौले डोलती डोंगियों का नजारा ही अद्भुत है। सांझ ढलने से कुछ पहले से लेकर सांझ ढलने तक झील में झांकती अगल-बगल की पहाड़ियां और उसके पीछे दूर तक आसमां..।





होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ नॉर्दर्न इंडिया के अध्यक्ष एवं शेरवानी हिलटॉप के मालिक सईद शेरवानी ने बताया, "बाढ़ के कारण उत्तराखंड में बीती गर्मियां त्रासद रहीं। दुर्भाग्य से मीडिया में आई आपदा की खबरों के कारण उत्तराखंड के ऐसे पर्यटक स्थलों का कारोबार भी प्रभावित हुआ जहां आपदा आई ही नहीं।"





शेरवानी हिलटॉप नैनीताल के प्रबंध निदेशक (होटल) गोपाल सुयल ने बताया कि नैनीताल होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन के अनुसार आपदा के कारण भयभीत होकर पर्यटकों के न आने और पहले से कराई गई बुकिंग रद्द करवा लेने के कारण इस वर्ष अब तक नैनीताल होटल उद्योग को 32 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। सईद शेरवानी ने कहा कि ऐसे में पर्यटकों को फिर से प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है।





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