इन आध्यात्म गुरुओं ने तोडा अपने भक्तों का विश्वास और फंसे कानून के फंदे में



'संत न छोड़े संतई, कोटिक मिले असंत| चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत
भुजंग' संतों के आचरण के संबंध में सदियों से प्रचलित इस दोहे को आज के
संतों ने नकार दिया है| आज के साधू-संत जो खुद को आध्यात्मिक गुरु कहते
हैं, की बात करे तो अधिकांश ऐसे मिलेंगे जो अध्यात्म को अपना व्यवसाय बना
कर जेबें भरने में जुटे हैं| इनकी प्रॉपर्टी और बैंक बैलेंस का मुकाबला
दुनिया के 80 फीसदी करोड़पति भी नहीं कर सकते| इनके समर्थक या भक्त ऐसे हैं
जो अपना समय तो इन्हें देते ही है साथ में अपना धन भी इन पर जम कर लुटाते
हैं। कभी चढ़ावे के नाम दान करके तो कभी गुरुओं के प्रवचन और भजन की सीडी
कैसेट या फिर उनके आश्रमों में बबनने वाले प्रोडक्ट खरीद कर इन समर्थकों का
करोड़ों रुपये आध्यात्मिक गुरुओं की तिजोरियों में पहुँच जाता है। लेकिन ये
आध्यात्म के कारोबारी लोग अपने समर्थकों के विश्वास पर कैसा आघात करते हैं
यह भी कई बार देखने को मिल चुका है। आइये जानते है ऐसे ही कुछ आध्यात्म
गुरुओं के विषय में जिन्होंने कुछ ऐसा किया और आज कानून के फेर में फसे हुए
हैं।





राधे मां-



अश्लीलता फैलाने और दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोपों का सामना कर रहीं
स्वघोषित देवी राधे माँ इन दिनों सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं| राधे मां को
लेकर नित नए खुलासे हो रहे हैं| मॉडल और एक्ट्रेस अर्शी खान ने अभी हाल ही
में उन पर आरोप लगते हुए कहा कि उनकी मुलाक़ात राधे मां की बिजनेस पार्टनर
और मैनेजर से हुई उसने उसे सेक्स रैकेट में शामिल होने को कहा| लेकिन उसने
मना कर दिया| अर्शी खान ने बताया कि राधे मां के पार्टनर ने कहा कि तुम पर
राधे मां की असीम कृपा है और तुम जिसके साथ भी संबंध बनाओगी उसका भला होगा|




अर्शी खान के अलावा 'बिग बॉस' प्रतिभागी डॉली बिंद्रा ने राधे मां के खिलाफ
शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा कि राधे मां उन्हें अपने बैडरूम में आईपैड पर
पोर्न फिल्में दिखाती थी और अपने उनके भक्त सामने अश्लील डांस करते थे।
डॉली का आरोप हैं कि राधे मां ड्रग्स का भी बिजनेस करती हैं।



दुल्हन जैसे भारी मेकअप और महंगे साड़ी-गहनों में नज़र आने वाली राधे मां
के बार में पता चला है की अपने आशीर्वाद के बदले भक्तों से बड़ी कीमत वसूल
रही हैं| इनके भक्तों में बड़े फिल्म और टीवी कलाकार भी शामिल हैं। स्टेज
पर राधे मां दुल्हन की तरह फुल मेकप कर अवतरित होती हैं और झूमती नाचती
रहती हैं। हाथ में त्रिशूल होता है माँ के साथ ही उनके श्रद्धालु भी झूमते
नज़र आते हैं। इस सबके बीच जो अद्भुत नज़ारा होता है वो ये कि राधे मां जब
किसी पर प्रसन्न होती हैं तब झूमते हुए उसकी गोद में कूद जाती हैं। कहा
जाता है कि जिस भक्त की गोद में वो छलांग लगाती हैं उसके सभी कष्ट उसी समय
से दूर हो जाते हैं।



आसाराम बापू-



संसार का सार परमात्मा का आनंद बताने वाले संत आसाराम बापू की बात की जाए
तो यह भी विवादों से अछूते नहीं हैं| आपको बता दें कि आसाराम बापू के आश्रम
में दो बच्चों की संदिग्ध मौत का मामला काफी विवादों में रहा। यही नहीं
अपने एक चेले को मरवाने के लिए सुपारी देने के आरोप भी बाबा पर लगे। इतना
ही नहीं एक तांत्रिक ने बापू पर आरोप लगाया कि बापू ने गुजरात के एक अखबार
के मालिक के बेटे समेत छह लोगों की काले जादू से हत्या करने की सुपारी दी
थी। और इस समय वह एक नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोप में जोधपुर जेल में
डेढ़ साल से बंद हैं|



स्वामी नित्यानंद-



हम बात करते हैं भक्तों को आस्था का पाठ पढ़ाने वाले स्वामी नित्यानंद की|
कर्नाटक सीआईडी ने स्वामी नित्यानंद के खिलाफ एक चार्जशीट दाखिल किया था
इसमें दावा किया गया कि नित्यानंद ने महिलाओं के अलावा अपने एक विदेशी भक्त
के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए हैं। कर्नाटक के बिदादी आश्रम के अलावा
अमेरिका में कुछ शहरों में उन्होंने अपने इस भक्त के साथ अप्राकृतिक सेक्स
संबंध बनाए थे। सीआईडी ​​द्वारा दाखिल चार्जशीट में साफ कहा गया है कि
सबूतों में यह बात सामने आई कि नित्यानंद अप्राकृतिक सेक्स भी करते थे।
अधिकारियों के मुताबिक, यह नित्यानंद केस में यह पहला मामला है जब किसी
पुरूष भक्त ने एफआईआर दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता वर्तमान में अमेरिका में
रहता है। उसने कहा है कि स्वामी ने अपने आश्रम में कम से कम छह बार उसके
साथ कुकर्म किया था।



निर्मल बाबा-



हजारों भक्तों की परेशानियों को खट्टी- मीठी चटनी, समोसा और गोलगप्पों से
दूर करने वाले निर्मल बाबा भी एक विवादित हस्ती बन चुके हैं| उनके खिलाफ
देशभर में दर्जनों लिखित शिकायतें दी जा चुकीं है| कृपा का कारोबार करने
वाले निर्मल बाबा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाने वालों की गिनती
में लगातार इजाफा हो रहा है| अपनी तीसरी आंख से दुनिया देखने वाले और हाथ
उठाकर लोगों पर कृपा की बारिश करने वाले निर्मल बाबा की जिन्दगी में अब कुछ
भी सामान्य नहीं रहा है| उनकी मुसीबतें कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही
है| जहाँ लोग उनके खिलाफ शिकायत लेकर थाने पहुंच रहे हैं तो वहीँ एक के बाद
एक हो रहे खुलासे से बाबा की कृपा के कारोबार में तेजी से गिरावट हो रही
है|



सुधांशु जी महाराज-



दुनिया को मोह माया त्याग कर आध्यात्म अपनाने का ज्ञान सुधांशु जी महाराज
पर आरोप है कि उनके विश्व जागृति मिशन संस्थान ने चंदे पर आयकर छूट दिलाने
के नाम पर लोगों को ठगा। महाराज आयकर छूट के जाली प्रमाणपत्र के जरिए लोगों
को दान देने के लिए उकसाते थे। अगर सूत्रों की माने तो उनका कहना है कि
मुंबई के एक उद्योगपति भक्त ने मिशन को 53 लाख रूपए दान किए और जब वो आयकर
छूट लेने पहुंचा तो पता चला कि आयकर छूट का प्रमाणपत्र जाली है। आयकर विभाग
के मुताबिक, विश्व जाग्रति मिशन को वर्ष 1999 से 2008 के बीच 80(G)
सर्टिफिकेट दिया ही नहीं गया। मिशन ने 80(G) सर्टिफिकेट की जो कापियां
लोगों को दीं, वो फर्जी हैं। 80(G) के तहत दानदाता को 50 फीसदी तक की छूट
मिलती है। यही नहीं, आयकर विभाग ने साफ किया की विश्व जागृति मिशन को आयकर
के तहत छूट मिल भी नहीं सकती क्योंकि संस्था का पंजीकरण आयकर की धारा 12(A)
के तहत कराया ही नहीं गया।



भीमानंद उर्फ इच्‍छाधारी बाबा-



इस ढोंगी बाबा की मायावी दुनिया काफी फैली हुई थी। कांच के टुकड़ों पर
डांस, नुकीली कीलों पर थिरकतीं बालाएं, कठपुतली के साथ नृत्य का लुत्फ
उठाते इच्छाधारी बाबा भीमानंद। बाबा भीमानंद धार्मिक समारोह के नाम पर
मनोरंजन का सामान परोसता था। धर्म के नाम पर लोगों की भीड़ जुटाने के लिए
ये समारोह में तरह-तरह नाच करवाता था। फिर आखिर में बारी आती थी खुद बाबा
की। नृत्य करने से पहले बाबा पटाखे की लंबी लड़ी में आग लगाता था। फिर
जैसे-जैसे पटाखें की लड़ी जलती जाती। वैसे-वैसे बाबा के बदन में ढोल-नगाड़े
की आवाज के साथ थिरकन बढ़ती जाती।



दरअसल बाबा भीमानंद के इन समारोहों का मकसद पैसे उगाहना होता था। जाहिर है
कि अगर सिर्फ साईं के नाम का प्रवचन होगा तो पैसे नहीं मिलेंगे। इसलिए इस
तरह के डांस के जरिए पैसा उगाहने की कोशिश होती थी। इच्छाधारी के हर
धार्मिक समारोह में पारंपरिक नृत्य के नाम पर लड़कियों से इसी तरह डांस
करवाया जाता था। भोली-भाली जनता तो बेवकूफ बनती ही थी। लुत्फ उठाने वालों
में होते थे पुलिसवाले और सफेदपोश। अब पुलिस इस सीडी की जांच कर बाबा के
नेटवर्क का पता लगा रही है। इस तरह के समारोह में आने वाले लोगों से बाबा
अपने कारोबार यानि सेक्स रैकेट या धर्म के बाजार का सौदा भी कर लेता था।



नारायण साईं-



रेप मामले में आरोपी नारायण साईं पर उनकी ही पत्नी ने बड़ा खुलासा किया है।
नारायण साईं की पत्नी ने आरोप लगाया है कि नारायण साईं अय्याश, व्यभिचारी
और संत के नाम पर कलंक है। उसने न जाने कितनी लड़कियों के साथ शारीरिक
संबंध बनाए हैं। जानकी ने बताया कि उसका विवाह नारायण पिता आसाराम हरपलानी
से 22 मई 1997 को हुआ था। इसके बाद वह सास लक्ष्मी के साथ अहमदाबाद के
महिला आश्रम में रहकर उनकी देखभाल करती थी। शादी के पंडाल में आसाराम ने
घोषणा की थी कि उनका बेटा (नारायण) पांच साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करेगा।
लेकिन उसके बाद भी वो लड़कियों के साथ घूमता रहा। नारायण साईं को कलंक
बताते हुए जानकी ने कहा की दरअसल आसाराम लोगों को प्रभावित करना चाहते थे
कि इतनी सुंदर पत्नी होने के बाद भी नारायण ब्रह्मचर्य का पालन करेगा। उन्होंने यह भी बताया की शादी के बाद नारायण आश्रम की साधिकाओं के साथ
सत्संग के नाम पर विभिन्न स्थानों पर घूमता रहता था। अक्सर लड़कियों के साथ
विदेश जाता था।



स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि अगर आपको अपने ऊपर विश्वास है तो आप आस्तिक
हो, लेकिन अगर आपको अपने ऊपर ही विश्वास नहीं है तो आप नास्तिक हो लेकिन
वर्तमान समाज में इसके ठीक विपरीत है। आज अगर आप किसी बाबा को नहीं मानते
तो आपको नास्तिक कहा जाता है। भारत के पतन की कहानी भी अंधविश्वास और
भाग्यवाद के सहारे ही लिखी गई। भारत का इतिहास शौर्य, वीरता और कर्म का है
लेकिन हम इन गुणों को छोड़कर केवल और केवल भाग्यवादी बनकर रह गए हैं। और
इसी का परिणाम है इन बाबाओं की फौज। यह सिर्फ हिन्दू धर्म की विडंबना नहीं
है, सभी धर्मों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जिन्होंने धर्म को धंधा
बनाकर रख दिया है। वे भोली-भाली जनता को परमेश्वर, प्रलय, ग्रह-नक्षत्र और
शैतान से डराकर लूटते हैं। 





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