'चुड़ैलों' का गांव



यूं तो आपने अंधविश्वास से जुड़े बहुत सारे अजीबो-गरीब किस्से सुने होंगे लेकिन एक ऐसा मामला सच में सकते में डालने वाला है। क्या आपने चुड़ैलों के गांव के बारे में कभी सुना है? अगर नहीं सुना तो बता दें कि अफ्रीकी देश घाना में इस तरह के 6 गांव हैं, जो चुड़ैलों के गांव के नाम से प्रसिद्ध हैं। इन गांवों में ऐसी महिलाएं रहती हैं, जिन्हें डायन या चुड़ैल कहकर समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है।



इन औरतों को चुड़ैल या डायन घोषित करने की वजह भी बड़ी ही अजीब है। सांप काटने से किसी की मौत किसी व्यक्ति के नदी में डूबकर मर जाने की वजह से कई औरतों को चुड़ैल घोषित कर दिया गया। वह अंधविश्वास के कारण महिलाओं को चुड़ैल घोषित कर देते हैं। उन्हें जिंदा जला दिया जाता है और मानसिक और शरीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। इन सबसे बचने के लिए अपना गांव छोड़कर कहीं दूर चली जाती है।

हाल ही में म्यूनिख की फोटोग्राफर एन क्रिस्टिने वोएहर्ल ने इनकी कुछ तस्वीरें ली है। उनका कहना हैं कि चुड़ैलों के गांव में ये औरतें झोपड़ियां बना कर रहती हैं और आस-पास के खेतों में काम कर खाने का इंतजाम करती हैं। चुड़ैल घोषित की जा चुकी महिलाएं अगर जिंदा बच जाती हैं तो उन्हें अपना घर छोड़कर घाना में मौजूद चुड़ैलों के गांवों में जाना होता है।

आपको बता दें कि करीब-करीब पूरे पश्चिमी अफ्रीका में लोग जादू और चुड़ैलों पर विश्वास करते हैं। हर धर्म, हर जाति, शहर, गांव कहीं के भी हों, इन पर उनका विश्वास है। घाना में इस तरह के 6 गांव हैं, जिनमें गांबागा और गुशीगू प्रमुख हैं। गांव-परिवार छोड़कर चुड़ैलों के गांव में रहने वाली ये महिलाएं अपनी पहचान खो चुकी होती हैं। उनके परिवारिक सदस्य भी उनसे कोई रिश्ता नहीं रखते। वह समाज से पूरी तरह से अलग हो जाती है। इनकी संख्या 1500 के आसपास है।


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